लीवर में अत्यधिक चिकनाई का बनाना ही फैटी लीवर कहलाता है।
लीवर में अत्यधिक चिकनाई का बनाना ही फैटी लीवर कहलाता है।
फैटी लीवर की बीमारी गलत खानपान के कारण भी होता है।
फैटी लीवर की बीमारी गलत खानपान के कारण भी होता है।
जो लोग ऐल्कोहॉल का जड़ा सेवन करते है उनमें ये बीमारी गंभीर रूप ले लेती है।
जो लोग ऐल्कोहॉल का जड़ा सेवन करते है उनमें ये बीमारी गंभीर रूप ले लेती है।
जो लोग ऐल्कोहॉल का सेवन नहीं करते है और उनमें भी फैटी लीवर की शिकायत दिखने को मिलता है।
जो लोग ऐल्कोहॉल का सेवन नहीं करते है और उनमें भी फैटी लीवर की शिकायत दिखने को मिलता है।
जिसे डॉक्टर लोग नॉन-एल्कोहलिक फैटी लिवर डिजीज (NAFLD) के रूप में जानते है।
जिसे डॉक्टर लोग नॉन-एल्कोहलिक फैटी लिवर डिजीज (NAFLD) के रूप में जानते है।
NAFLD ये सभी वर्ग के लोगों को देखने को मिल सकता है बचे बूढ़े।
NAFLD ये सभी वर्ग के लोगों को देखने को मिल सकता है बचे बूढ़े।
फैटी लिवर रोग को भी 3 चरणो मे विभाजित किया गया हैं?
फैटी लिवर रोग को भी 3 चरणो मे विभाजित किया गया हैं?
पहला है साधारण फैटी लिवर।
पहला है साधारण फैटी लिवर।
सूजन के साथ फैटी लिवर (NASH या नॉन-अल्कोहिलक स्टेटोहेपेटाइटिस के रूप में जाना जाता है।
सूजन के साथ फैटी लिवर (NASH या नॉन-अल्कोहिलक स्टेटोहेपेटाइटिस के रूप में जाना जाता है।
फैटी लिवर जिसमे लिवर की स्कार्रिंग हो या लिवर सख्त हो जाये (जिसे लिवर सिरोसिस भी कहा जाता है)
फैटी लिवर जिसमे लिवर की स्कार्रिंग हो या लिवर सख्त हो जाये (जिसे लिवर सिरोसिस भी कहा जाता है)